थाना कोतवाली स्थित वेस्ट प्रताप नगर में जिला चित्रकूट निवासी इंद्राज सिंह अपनी पत्नी अनीता के साथ रहा करते थे। कुछ वर्ष पूर्व ही दोनों की लव मैरिज हुई थी। इंद्राज भूतेश्वर रोड स्थित कंकाली पर एक कोचिंग सेण्टर चलाया करता था जहाँ कुछ वर्ष पूर्व तक अनीता उसके साथ पढ़ाया करती थी वही से दोनों में प्रेम हुआ और दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया। अनीता की सरकारी विद्यालय में नौकरी लग गयी। राखी पर अनीता को अपने घर चित्रकूट जाना था इसी सिलसिले में उसकी बहन ने जब फ़ोन किया तो फ़ोन नहीं उठाया गया। फिर उसने मकान मालिक को फ़ोन किया तो मकान मालिक ने जब दरवाज़ा खटखटाया तो नहीं खुला , और जब उन्होंने झाँक कर देखा तो कमरे में खून से लथपथ अनीता की लाश पड़ी थी। उन्होंने शोर मचाकर पड़ोसियों को बुला लिया और पुलिस को सूचित कर दिया। अनीता को बहुत बेरहमी से पीठ और गर्दन पर चाकू मारे गए थे। और अनीता के पति इंद्राज का कोई अता पता नहीं था।
कमरे से पुलिस को एक पत्र भी प्राप्त हुआ है जिसको इंद्राज का बताया जा रहा है। इंद्राज द्वारा लिखित पत्र के अनुसार कुछ दिनों पूर्व इंद्राज कोचिंग करने के सिलसिले में इलाहाबाद गया और तभी से उसकी पत्नी के विवाहेत्तर सम्बन्ध बने और जब बार बार समझाने पर भी पत्नी नहीं तो उसको मज़बूर होकर उसे ऐसा कदम उठाना पड़ा।