मथुरा: विगत दिनों मथुरा में हुए प्रधानाध्यापिका की जघन्य हत्या और हत्या आरोपी उसके पति (जैसा की कमरे में मिले पत्र में लिखा है ) की आत्महत्या के मामले में एक अन्य शख्स अखिलेश का दखल सामने आया है। बताया जाता है कि प्रधानाध्यापिका अनीषा और कोचिंग सेंटर संचालक इंद्रराज गुर्जर के बीच सब कुछ ठीकठाक चल रहा था। लेकिन दोनों के बीच एक युवक अखिलेश आया और संबंधों में दरार पड़ती चली गई। यह दरार इतनी चौड़ी हो गई कि चार जुलाई को अनीषा ने इंद्रराज को अपनी जिंदगी से बाहर कर दिए जाने की खबर दी। यहीं से इंद्रराज अपना आपा खो बैठा और अनीषा का कत्ल कर खुद भी जान दे दी। थाना शेरगढ़ के गांव खुर्शी निवासी इंद्रराज गूजर की जिंदगी में 5 जनवरी 2011 को चित्रकूट के थाना पहाड़ी क्षेत्र के गांव मैहराजपुरा निवासी अनीषा आई। इंद्रराज गुर्जर कंकाली पर कोचिंग सेंटर चलाता था, जबकि अनीषा गांव बरारी के जूनियर हाईस्कूल में प्रधानाध्यापिका थी। बता दें कि इंद्रराज ने अनीषा की हत्या करने के बाद ट्रेन के आगे छलांग लगा कर मौत को गले लगा लिया। दोनों के बीच जो कुछ घटित हुआ, अब उसकी तहकीकात चल रही है।
मृत युवती के भाई सतेंद्र सिंह ने मृतक युवक के भाई पवन कुमार को भी मुल्जिम बनाया है। उसकी भूमिका की जांच की जा रही है और उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम लगी हुई है। इंद्रराज ने अनीषा के हत्या के बाद जो पत्र लिखा उसे भी पुलिस फोरेंसिक जांच के लिए भेज रही है। जांच से ही स्पष्ट हो पाएगा कि पत्र इंद्रराज ने ही लिखा है किसी दूसरे ने।बताया जाता है कि दोनों केजीवन में एक अखिलेश नाम युवक आ गया। ये तब आया, जब इंद्रराज इलाहाबाद पढ़ने के लिए चला गया। इसने ही दोनों के जीवन में तूफान खड़ा कर दिया। अनीषा इंद्रराज को टार्चर करने लगी। चार जुलाई को इंद्रराज अनीषा से मिलने मथुरा आया। अनीषा ने उससे दो टूक कहा कि अब वह उसकी जिंदगी से बाहर हो गया है। अनीषा के इन लफ्जों को सुनकर वह टूट गया। उसने अनीषा की हत्या करने से पहले साफ लिखा कि उसने उसको धोखा किया। उसके जीवन को नरक बना दिया। उसे जिंदा लाश बनाकर छोड़ दिया। उसे खुदकशी के लिए मजबूर कर दिया गया। इसके बाद इंद्रराज ने जो कदम उठाया, उसका दर्दनाक अंत दोनों की मौत के रूप में सामने आया। सीओ सिटी राकेश वशिष्ठ ने बताया कि पवन की तलाश की जा रही है। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही पवन की भूमिका की जानकारी हो पाएगी।