मथुरा : राज्य सरकार द्वारा कृषि ऋण माफ़ी के लिए खसरा-खतौनी का सत्यापन करने के लिए लेखपाल किसानों से खुले आम वसूली कर रहे हैं। ऐसा ही वाक्या मांट तहसील के गांव राजागढ़ी में तैनात लेखपाल का सामने आया है जहाँ उसे किसानों से रिश्वत लेते हुए वीडियो में दिखाया गया है। ये वीडियो मथुरा ही नहीं आस पास के शहरों में भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। मामले की शिकायत मिलने पर बिठायी गयी जांच में लेखपाल के दोषी मिलने पर एसडीएम ने उसे निलंबित कर दिया। बताते चलें कि तहसील मांट के ग्राम पंचायत राजागढ़ी पर लेखपाल तरुण कुमार की तैनाती है। शुक्रवार दोपहर को वह अपने एक साथी के साथ खसरा-खतौनी का सत्यापन करने के लिए गांव गए थे। उन्होंने किसानों से सत्यापन रिपोर्ट लगाने के नाम पर पांच-पांच सौ रुपये की मांग की। किसानों से रिश्वत लेते किसी ने वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसकी जानकारी मिलते ही लेखपाल सत्यापन का कार्य बीच में ही छोड़कर चले गए। कुछ देर में लेखपाल के भ्रष्टाचार की खबर अधिकारियों तक पहुंची तो मामला तूल पकड़ गया। एसडीएम मांट क्रांति शेखर सिंह ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच कराई तो लेखपाल दोषी पाए गए। उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। हालाँकि लेखपाल तरुण कुमार वायरल हुए वीडियो को अपने खिलाफ साजिश बता रहे हैं। उनका कहना है कि किसान शपथ पत्र और खतौनी की नकल निकलवाने के लिए उन्हें पैसे दे रहे थे।
मथुरा की माँट तहसील में रिश्वतखोरी करते लेखपाल का वीडियो हुआ वायरल
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