सैकड़ों की संख्या में शिक्षा मित्र सुबह से ही कचहरी पर इकठ्ठा होना शुरू हो गए थे। बारिश भी उनके मज़बूत इरादों को डिगा नहीं पायी। कई घंटे के इंतज़ार के बाद बारिश में सड़क पर जाम लगाए सैंकड़ों शिक्षामित्रों से मिलने जब ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा पहुंचे तो नसीहत दे डाली कि शिक्षक सड़क पर जाम लगाते शोभा नहीं देते। सैंकड़ों की संख्या में महिला और पुरुष शिक्षामित्र हाथों में तिरंगा लिए सरकार विरोधी नारेबाजी के साथ बारिश में भीगते हुए टैंक चौराहा होते हुए कचहरी के मुख्य गेट पर पहुंचे। यहां सभी बीच सड़क पर बैठ गए। इससे दोनो ओर का आवागमन रुक गया। यहां शिक्षामित्र योगी हो या मोदी हो, हमको रोजी रोटी दो, के नारे लगाते रहे। प्रशासनिक अधिकारीयों एसपी सिटी श्रवण कुमार और एडीएम कानून व्यवस्था रमेश चंद्र ने जाम खुलवाने की कोशिश की लेकन वे ऊर्जा मंत्री से मिलने की मांग पर अड़े रहे। इसी बीच जोरदार बारिश शुरू हो गई। लेकिन शिक्षामित्र सड़क पर टस से मस नहीं हुए और बीच सड़क पर बैठ गए। तीन घंटे से भी अधिक समय के बाद ऊर्जा मंत्री आंदोलनकारी शिक्षा मित्रों के बीच पहुंचे और सरकार की ओर से समस्या का समाधान निकाले जाने का आश्वासन दिया। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि जाम लगाना और सड़क रोकना शिक्षकों को शोभा नहीं देता। सरकार समस्या का समाधान निकालने की दिशा में प्रयासरत है। यह उच्चतम न्यायालय का फैसला है न कि सरकार का। प्रदेश सरकार समाधान निकाले की दिशा में प्रयासरत है। इसके लिए सरकार को आपको समय देना होगा । ऊर्जा मंत्री के आश्वासन से असंतुष्ट शिक्षा मित्रों ने सरकार के साथ निर्णायक संघर्ष के लिए 21 अगस्त को लखनऊ कूच का ऐलान किया है। ज्ञापन देने वालों में शिक्षा मित्र संघर्ष समिति के संयोजक खेमसिंह चौधरी, दुष्यंत सारस्वत, गिरधारी लाल शर्मा, दीपक गुप्ता, राजकुमार चौधरी, पंकज निषाद, मुंसिफ अली, प्रीति चौधरी, धीरज कुमार, सहित सैकड़ों शिक्षा मित्र मौजूद थे।
बारिश में भीगते शिक्षामित्रों ने कचहरी के सामने लगाया जाम, मंत्री बोले शिक्षकों को शोभा नही देता सड़क जाम करना।
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