आगरा : विगत 6 सितम्बर को आगरा के व्यस्ततम चौराहे हरीपर्वत चौराहे पर दो रसूखदारों (होटल व्यवसायी विपुल बब्बर और सर्राफा व्यवसायी केशव अग्रवाल ) द्वारा खिलौने बेचने वाली एक महिला को सरे राह अपनी गाड़ी में खींचने जैसी दुर्दांत वारदात को अंजाम दिया था। इस वारदात के बाद वहां इकट्ठी हुई भीड़ ने दोनों आरोपियों को पकड़ कर चंद क़दमों की दूरी पर स्थित हरीपर्वत थाने के हवाले कर दिया था। बस वहीं से रसूख का खेल और मुफलिसी की दुर्गति का आलम शुरू हो गया। गरीबों की सरकार की पुलिस ने प्रारम्भ में तो प्राथमिकी दर्ज़ तक करने से इंकार कर दिया , सत्तारूढ़ दल के नेताओं के फ़ोन घनघनाने शुरू हो गए , लाचार महिला की मुफ़लिसी को खरीदने की भरपूर कोशिश की गयी। हद तो तब हुई जब क्षेत्रीय भाजपाई विधायक जगन प्रसाद गर्ग खुलकर सामने आ गए और हरीपर्वत सड़क किनारे रहने वाले गरीबों को हटाने के लिए धरने तक का ऐलान कर दिया। फिलहाल पुलिस पीड़ित महिला और उसके परिवार को सड़क किनारे से हटाने को तैयार है किन्तु संगीन मामले के आरोपी को निजी मुचलके पर रिहा कर मामले को दबाने में लगी है।
छेड़छाड़ के आरोपियों के समर्थन में अपनी ही पुलिस के आगे धरना देंगे भाजपा विधायक
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