मथुरा: रामलीला के मंचन का आगाज़ भव्य शोभायात्रा के साथ हुआ। राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न के स्वरूप पात्रों को संवाद अभिनय कंठस्थ करा दिए गए हैं। मई-जून में सभी पात्रों ने पांच-छह घंटे संवाद याद कर बोलने की तालीम ली तब जाकर यह रामलीला के पात्र बनने में महारथ हासिल कर सके हैं। श्रीरामलीला सभा के तत्वावधान में श्रीरामलीला महोत्सव का शुभारंभ मंगलवार को हो चुका है। रामलीला में राम का स्वरूप निभा रहे वेदांत कहते हैं कि जब विद्यालय जाते हैं तो दोस्त कहते हैं कि राम आ गया। अब तो अधिकांश दोस्त राम के नाम से ही पुकारने लगे हैं। रामलीला में उनको लक्ष्मण बनना था लेकिन राम बन गए।
गाजे बाजे के साथ रामलीला का आगाज़।
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