मथुरा : राम भगवान हैं तो रावण भी विद्वान हैं। त्रिकालज्ञ, वैज्ञानिक, पराक्रमी, राजनीतिज्ञ, शिवभक्त, सनातनी , राम के आचार्य, ब्राह्मण शिरोमणि, रावण संहिता रचयिता हैं, इसलिए लंकेश का पुतला दहन करने से रोका जाना चाहिए । यह आग्रह लंकेश भक्त मंडल के अध्यक्ष ओमवीर सारस्वत एडवोकेट ने राष्ट्रपति, मुख्य न्यायाधीश, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में किया है। दशहरा पर लंकेश की पूजा करने वाले अधिवक्ता सारस्वत ने ज्ञापन में कहा है कि रावण हिन्दू थे और हिन्दू संस्कृति में मृत व्यक्ति का एक ही बार अंतिम संस्कार किया जाता है, बार-बार नहीं।
रावण का पुतला दहन करने से रोकिए महामहिम, सारस्वत ब्राह्मणों ने राष्ट्रपति को भेजा पत्र।
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