मथुरा : विजयादशमी का ये त्यौहार असत्य और अहँकार पर सत्य की विजय तथा अहंकार के नाश के रूप में मनाया जाता है। मर्यादा पुरषोत्तम राम द्वारा पहले इंद्रजीत , फिर कुम्भकर्ण और अहिरावण का वध करने के बाद रावण का भी संहार कर दिया। इसके उपरांत बुराई के प्रतीक रावण के पुतले को आग लगायी गयी। इस दौरान रामलीला देखने के लिए शहरवासियों की भारी भीड़ मैदान पर जमा रही। इससे पूर्व ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा द्वारा राम-लक्ष्मण, माता सीता के स्वरूपों की पूजा की गयी।
कृष्ण की नगरी मथुरा में भी उल्लास पूर्वक मनाया गया असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक विजयादशमी का त्यौहार
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