कुछ बात है कि हस्तीं मिटती नहीं हमारी ,

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हिन्दुओं में जातिवाद का तिलिस्म टूट रहा है , एक हो रहे हैं और ये एकता देश के दुश्मनों को पसंद नहीं।  सदियों से ये मुट्ठी भर देश के दुश्मन यूँ ही तो देश को लूटते आये हैं , देश की सम्पदा , अस्मिता और नारियों की अस्मत। बौखलाए ग़द्दारों के जिहाद का नया तरीका ,  दूसरों की वॉल पर ब्राह्मण बन दलितों को अपशब्द , दलित बन ब्राह्मणों को , ठाकुर बन यादवों को तो यादव बन वैश्यों को।  साइबर दुनिया में अपनी असली पहचान छिपाये ये देश के दुश्मन हम सबको आपस में लड़ाना चाहतें हैं। साइबर दुनिया विशाल है , इसकी कोई सीमा नहीं , पडोसी मुल्क से साइबर सेना के मोहम्मद , जफ़र, असग़र ; विवेक , राहुल और दीपाली बन हमको और आपको छल रहे हैं। यहाँ समझदारी ही सुरक्षा है , अन्जान व्यक्ति को मित्रता सूची में स्थान न दें  फिर चाहे वो महिला हो या पुरुष।

अगर कोई अन्जान व्यक्ति आपकी वॉल पर आकर सांप्रदायिक अथवा जातिगत कमेंट करे तो उसे अनदेखा न करें बल्कि उसकी शिकायत नजदीकी पुलिस थाने में करें।  आपकी आज की सावधानी आपके बेहतर भविष्य की नींव है , एक रहे  नेक रहे।

कुछ बात है कि हस्तीं मिटती नहीं हमारी ,

सदियों रहा है दुश्मन दौर ऐ जमां हमारा

जय हिन्द , वन्देमातरम।

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