मथुरा : अमर कॉलोनी में मार्च को अपने पिता बनवारी लाल और माता रवि बाला की निर्मम हत्या के राजफाश हेतु तीनों बच्चे राखी , दीपा और राहुल संघर्षरत थे। वे जिलाधिकारी से मिले , वे लखनऊ भी गए , उन्होंने आमरण अनशन भी किया जिसके एवज़ में उन्हें केवल आश्वासन ही मिला। बड़ी बेटी राखी (१९ वर्ष ) घटना से मर्माहित थी। तीनों बच्चे क्षेत्रीय नेताओं से भी मिले। लेकिन जब कहीं से न्याय नहीं मिला तो राखी ने आत्मघातक कदम उठा लिया और शनिवार शाम जहर खाकर अपनी जान दे दी। इस घटना को पुलिस ने घंटो दबाये रखा किन्तु जैसे ही इसकी खबर क्षेत्रीय नागरिकों को मिली तो जनता में पुलिस, प्रशासन के विरुद्ध आक्रोश फ़ैल गया। जनता ने मृत राखी के शव को गोवर्धन मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया। वे मंत्री जी को बुलाने की मांग कर रहे थे। जिसके बाद जिलाधिकारी और एसएसपी मौके पर पहुँचे। जिलाधिकारी ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया वही एसएसपी स्वप्निल ममगई ने घटना से जल्दी राजफाश करने का आश्वासन दिया।
माता पिता की हत्या में न्याय न मिल पाने से आहत राखी ने दी जान
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