रुनकता : रुनकता के मुख्य बाज़ार में जैन मंदिर के पास कारोबारी संजीव अग्रवाल का पटाखा गोदाम था। पिछले साल भी गोदाम के आस पास के दुकानदारों ने अनिष्ट की आशंका जाहिर की थी और इसे बंद कराने हेतु हंगामा भी हुआ था और तब पुलिस ने जानकारी दी थी की इस गोदाम में पटाखे नहीं रखने दिए जायेंगे। इस सबके बावजूद भी गोदाम में बड़े पैमाने पर पटाखों का संग्रह किया गया और हादसा हो गया।
बताया जाता है कि संजीव अग्रवाल ने भूतल पर आतिशवाजी की दुकान के साथ गोदाम भी बना रखा था जबकि ऊपर की दो मंजिल पर उसका परिवार रहता था। बुधवार दोपहर संजीव के बेटे कृष्णा ने दुकान में पटाखा चला दिया जिससे पास में राखी आतिशवाजी में आग लग गयी। पटाखों की आवाज़ सुनकर आस पास के लोग इकठ्ठा हो गए और आग बुझाने की कोशिश की । संजीव की पत्नी गीता बेटे कृष्णा को लेकर पड़ोसी की छत से उनके घर में पहुंच गई, लेकिन संजीव की दोनों बेटियाँ घर में फंसी रह गईं। सवा घंटे बाद फायर कर्मियों ने दोनों बहनों को निकाला, तब तक वे बेहोश हो चुकी थीं। परिजन उन्हें अस्पताल लेकर गए, जहां उनकी मौत हो गई।
आगरा के रुनकता में पटाखा गोदाम में लगी आग
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