मथुरा : नगर मजिस्ट्रेट और सी ओ द्वारा श्री बाँके बिहारी मंदिर के दर्शन का समय बढ़ाये जाने के प्रार्थना पत्र पर सिविल जज जूनियर डिवीज़न दुर्गेश नंदिनी की अदालत में सोमवार को बहस हुई। सेवायत जहाँ समय न बढ़ाये जाने को लेकर बरसों पुरानी परंपरा और आस्था का तर्क दे रहे हैं वहीं प्रशासन की तरफ से सुरक्षा का तर्क दिया गया। समय बढ़ाये जाने के विरोध में जहाँ पंद्रह सेवायत और दो आम नागरिकों ने अपना प्रार्थना पत्र दिया और उनकी तरफ से अधिवक्ता गौरव गोस्वामी , नन्दलाल चतुर्वेदी , बी के गौतम , दीपक आदि ने आस्था , परंपरा , श्रद्धा के साथ विशेष पर्वों पर मंदिर के बदलते दर्शन के समय का तर्क रखा तो वहीं शासकीय अधिवक्ता बद्री प्रसाद ने बढ़ती श्रद्धालु संख्या , मंदिर की सुरक्षा और प्रतिष्ठा को लेकर अपने तर्क रखे। मामले की अगली सुनवाई के लिए 21 दिसंबर की तारीख मुक़र्रर की गई है।
श्री बाँके बिहारी मंदिर के दर्शन बढ़ाने का मामला , आस्था पर सुरक्षा का तर्क
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