जाको राखे साइयाँ मार सके न कोय

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मथुरा : जाको राखे साइयाँ मार सके न कोय, ये कहावत मथुरा जंक्शन पर विगत दिवस चरितार्थ हुई जब एक स्थानीय युवक सोनू अपनी पत्नी रानो व दो बच्चियों के साथ झाँसी जाने के लिए एक ट्रेन में सवार हुआ । सोनू ने पहले अपनी तीन साल की बच्ची फिर गोद मे एक साल की बच्ची लिए पत्नी रानो को ट्रेन में बैठा दिया । जैसे ही सोनू ट्रेन में सवार हुआ तो उसे अपनी जेब काटे जाने का एहसास हुआ । पता चलते ही सोनू ट्रेन से उतर पड़ा और पत्नी को भी उतरने के लिए आवाज़ लगाई । 3 साल की बच्ची को सकुशल उतारने के बाद जैसे ही पत्नी ने ट्रेन से उतरने की कोशिश की 1 साल की बच्ची साहिबा उसकी गोद से छिटक कर ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच की जगह से होते हुए नीचे पटरी पर गिर गई । ट्रेन चल पड़ी थी , बस फिर क्या था चीख पुकार मच गई । यात्रियों ने ट्रेन की चेन खींच दी लेकिन तब तक एक बोगी बच्ची के ऊपर से गुजर चुकी थी । ट्रेन रुकने पर जब बच्ची को निकाला गया तो बच्ची मुस्कुराती हुई मिली । बच्ची को खरोंच भी नही आई थी। अपनी बच्ची को सकुशल देख माँ खुशी से फुले न समाई । सोनू ने भी यात्रा का प्लान स्थगित कर दिया और परिवार वापस घर लौट गया । इस घटना की पूरे दिन नगर में चर्चा रही । सभी लोग कह रहे थे कि जाको राखे साइयाँ मार सके न कोय ।

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