मथुरा: महामारी कोरोना वाइरस से जंग जारी है और इस लड़ाई में इंडियन ऑयल मथुरा रिफाइनरी कंधे से कंधे मिलाकर आम जनता और सरकार का साथ निभा रही है। समाज के हर वर्ग के बेहतर स्वास्थ्य के लिए कटिबद्ध मथुरा रिफाइनरी द्वारा करीब एक हजार संविदा कर्मियों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। वहीं आस पास के इलाकों में भी सेनेटाइजेशन से संबंधित कई कार्य कराए जा रहे हैं। मथुरा रिफाइनरी के कार्यकारी निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख श्री अरविंद कुमार ने बताया कि रिफाइनरी अपने सामाजिक दायित्वों का पूर्ण रूप से निर्वाह कर रही है। हम अपने अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ ही संविदा श्रमिकों के स्वास्थ्य को लेकर भी सजग है। रिफाइनरी के गेट नंबर 9 में पांच दिवसीय स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया जिसमें संविदा श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच की गई। मथुरा रिफाइनरी अस्पताल की टीम ने करीब एक हजार श्रमिकों का परीक्षण किया। शिविर के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्णतः ध्यान रखते हुए श्रमिकों को कोरोना वाइरस से बचाव के लिए समय-समय पर साबुन और पानी से हाथ धोने, फेस मास्क का उपयोग करने एवं शारीरिक स्वच्छता बनाए रखने के साथ ही जारी जरूरी दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए भी प्रेरित किया गया। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वाइरस से बचाव के लिए हमने रिफाइनरी, टाउनशिप और आस-पास के गांवों में सेनेटाइजेशन से संबंधित कई कार्य किए हैं। रिफाइनरी के फायरटेंडर द्वारा टाउनशिप क्षेत्र और बाद, अगनपुरा, छड़गांव, धानातेजा, धानाशमशाबाद जैसे कई गांवों में सेनेटाइज़र का छिड़काव किया गया है। इन इलाकों में घरों, गलियों और सामाजिक भवनों को भी प्रमुख्ता से सेनेटाइज़ किया है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वाइरस से बचने के लिए फेस मास्क का उपयोग बेहद जरूरी है। इस बात को ध्यान में रखते हुए हमने आस-पास के कई गांवों में ट्रिपल लेयर कॅाटन मास्क वितरित किए हैं। इन मास्क को टाउनशिप की गृहणियों ने बनाया है। पूर्व में भी रिफाइनरी द्वारा कई गांवों में मास्क एवं सेनेटाइज़र का वितरण किया जा चुका है ।इन मास्क को टाउनशिप की गृहणियों ने बनाया है। पूर्व में भी रिफाइनरी द्वारा कई गांवों में मास्क एवं सेनेटाइज़र का वितरण किया जा चुका है। इसके साथ ही जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी जरूरत के आधार पर लगातार रिफाइनरी में निर्मित डब्ल्यूएचओ मानक सेनेटाइज़र उपलब्ध कराया जा रहा है। हमने जरूरतमंदों और गरीब परिवारों को जरूरत का राशन भी प्रदान किया है। हम इस बात का भी ध्यान रख रहें हैं कि रिफाइनरी द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सेवाएं और वस्तुएं हर जरूरतमंद तक पहुंचे। उन्होंने बताया कि रिफाइनरी में चैाबीसों घंटे काम चालू है और हमारे सभी यूनिट्स सुचारू रूप से काम कर रही हैं। देश भर में जारी लॅाकडाउन के दौरान लोग घरों मे हैं जिससे पट्रोल डीजल की खपत में कमी आई है, लेकिन घरेलू गैस सिलेंडर्स की डिमांड बढ़ गई है। इसे देखते हुए हमने एलपीजी का उत्पादन बढ़ा दिया है।
उन्होंने कहा कि रिफाइनरी पूर्ण रूप से बीएसVI ईंधन का उत्पादन करती है और हमारे पास इसका पूर्ण भंडार है, इसलिए हमने अपना पूर्ण ध्यान घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर्स के उत्पादन पर लगा दिया है। ताकि लोगों को लॅाकडाउन के दौरान घरेलू सिलेंडर्स की कमी ना हो सके।